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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने असम चुनाव को कमान संभाल ली है। बघेल द्वारा 2018 में छत्तीसगढ़ में दिलाई अभूतपूर्व सफलता को देखते हुए पार्टी ने उन्हें स्पेशल आब्जर्वर बनाया है। बघेल सोमवार दोपहर दो दिवसीय दौरे पर गुवाहाटी पहुंचे। यहां वे मंगलवार को राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक के साथ असम चुनाव को लेकर पीसीसी की बैठक लेंगे। सीएम बघेल अपनी आक्रामक शैली के तहत असम में भी प्रचार की रणनीति पर काम करेंगे।
टिकट वितरण में भी उनकी अहम भूमिका होगी। बघेल अब हर पखवाड़े दो दिन गुवाहाटी जाकर रणनीति को अमली जामा पहनाएंगे। रायपुर में मीडिया से चर्चा में सीएम ने असम में भाजपा द्वारा कांग्रेस विधायकों को तोड़ने पर कहा कि भाजपा ऐसा प्रयोग कई राज्यों में करती रही है उन्हें अपने नेताओं पर भरोसा नहीं है। हर बार यह दांव काम नहीं आता। गुवाहाटी में पीसीसी से चर्चा कर चुनावों पर चर्चा करेंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्की भूपेश बघेल ने मां कामाख्या के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली की प्रार्थना की। उनके साथ असम के प्रभारी सचिव विकास उपाध्याय, असम कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन वोरा, सांसद प्रद्युत बोरदोलोई, रामगोपाल अग्रवाल, विजय भाटिया, महाराष्ट्र से राष्ट्रीय सचिव व असम प्रभारी पृथ्वीराज साठे सहित कई नेता थे।
विकास उपाध्याय ने बताया कि सीएम बघेल 2 दिन लगातार चुनावी बैठकें कर चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करेंगे। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व असम के प्रभारी जितेन्द्र सिंह भी असम पहुंच चुके हैं। उपाध्याय भी पिछले 2 दिनों से अपने प्रभार वाले जिलों के विधानसभाओं में ब्लाक और बूथ स्तर में बैठक कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सीधे रूबरू हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में जिस तरह से बूथ स्तर पर कांग्रेस को मजबूत करने कार्य किया था ठीक उसी तर्ज पर असम में काम करने कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर दिया है। खासकर असम की भाजपा सरकार के खिलाफ महिलाओं की बढ़-चढ़ कर हिस्सेदारी अहम हो गई है।
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