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असमिया परिषद (AJP) के उपाध्यक्ष आदिप कुमार फुकन ने कहा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर विवादास्पद कार्यान्वयन को लेकर दिए अपने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के बयान पर पलटवार किया है। इन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि कोविड-19 टीकाकरण खत्म होते ही देश में CAA लागू हो जाएगा। बता दें, अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए यह बयान दिया। AJP ने अमित शाह के बयान की निंदा करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री की इस टिप्पणी ने एक बार फिर भाजपा के “असली चेहरे” का खुलासा किया है, जो “एंटी-असम” है।
साथ ही फुकन ने कहा कि अगर भाजपा शासित केंद्र सरकार ड्रैकियन ’कानून को लागू करने की कोशिश करती है, तो असम में बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू किया जाएगा। अगर भाजपा सरकार सीएए को लागू करने के लिए जबरदस्ती करने की कोशिश करती है, जो न केवल संविधान विरोधी है, बल्कि देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने के लिए भी हानिकारक है, तो असम की जनता इस कदम का विरोध करेगी और अभी भी CAA के खिलाफ असम में विरोध जारी है। CAA के खिलाफ असम में चले विरोध बहुत ही जल्दी जोर मार जाएगा।
उपाध्यक्ष आदिप कुमार फुकन ने कहा अमित शाह के बयान से भाजपा सरकार का असली चेहरा लोगों को दिख चुका है लेकिन हम किसी भी चुनौती और परिणाम के लिए तैयार हैं। निश्चित रूप से, AJP और रायजोर दल असम में दो नए क्षेत्रीय दल हैं, जो वर्ष 2019 का अंत के समय से प्राप्त CAA विरोधी आंदोलन से पैदा हुए थे।
2019 की असम में हुई हिंसा को लेकर रायजोर दल के नेता अखिल गोगोई एक साल से ज्यादा दिनों से जंल में कैद हैं। इन्हें आंदोलन से ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। तब से ही AJP सितंबर 2020 में अस्तित्व में आया था। AJP को असम में दो शीर्ष छात्रों के निकायों ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) और असम जटियाटाबादी युवा चतरा परिषद (AJYCP) द्वारा समर्थित किया जा रहा है।
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