सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय ने जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र (डीआईसीसी) के महाप्रबंधक रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार निदेशालय को शिकायत मिली थी कि जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र दरांग के महाप्रबंधक हेमंत कुमार तालुकदार ने रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) योजना के तहत ऋण स्वीकृत करने के लिए 15000 रुपये रिश्वत मांगी थी। 

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रिश्वत का भुगतान न करने पर शिकायतकर्ता ने लोक सेवक के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के लिए निदेशालय का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद निदेशालय की एक टीम ने मंगलदोई में तालुकदार के कार्यालय के पास जाल बिछाया और महाप्रबंधक को शिकायतकर्ता से 10,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में तालुकदार से रिश्वत की रकम जब्त की गई।

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भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) पुलिस स्टेशन में एसीबी पी.एस. तालुकदार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 (ए) के तहत मामला दर्ज किया गया। एक अधिकारी ने कहा, आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय ने पिछले कुछ महीनों में शिकायतों के आधार पर रिश्वतखोरी के मामलों में कई शीर्ष सरकारी अधिकारियों को गिरफ्तार किया है।