असम की भाजपा सरकार में कद्दावर मंत्री हिमंत बिस्व सरमा की हत्या की साजिश रचने के आरोप में मंगलवार को उल्फा समर्थक गुट के उपाध्यक्ष सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों पर अलग अलग धाराओं के तहत मुक़दमा दर्ज किया है। पुलिस ने सोमवार की रात को ही तीनों लोगों को पकड़ा था। गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों को तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों में प्रदीप गोगोई भी शामिल है। प्रदीप गोगोई यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के समर्थक वार्ता गुट का नेता है। यह संगठन साल 2011 से ही सरकार के साथ बातचीत कर रहा है। पुलिस ने प्रदीप गोगोई को सोमवार देर रात गुवाहाटी के हाटीगांव से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रदीप असम सरकार के महत्वपूर्ण मंत्री हिमंत बिस्व सरमा की हत्या की साजिश रच रहा था।

पुलिस ने इस मामले में असम के कार्बी जिले के रहने वाले दो अन्य युवक को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हत्या की साजिश का खुलासा अपराधियों के फोन को टैप करके किया है। पुलिस ने तीनों पर आईपीसी की धारा 120 बी, 121 समेत गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 18 के तहत मामला दर्ज किया है। वही हिमंत बिस्व सरमा ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि राज्य के डीजीपी ने इस सिलसिले में मुझे फ़ोन कर सावधान रहने को कहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले को देख रही है और उसकी जांच कर रही है।

बता दें कि असम में विधानसभा चुनाव होने में अब कम दिन बचे हैं। भाजपा सरकार में कई मामलों के मंत्री हिमंत बिस्व सरमा जालुकबरी सीट से चुनाव लड़ेंगे। हिमंत पूर्वोतर लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक भी हैं। असम में तीन चरण में विधानसभा चुनाव होने को हैं। पहले चरण का मतदान 27 मार्च को है। दूसरे चरण का मतदान एक अप्रैल को और तीसरे चरण के लिए वोटिंग छह अप्रैल को होगी। वहीं मतगणना की तारीख दो मई को तय की गयी है।