लखीमपुर हिंसा (Lakhimpur Violence) ने देश की राजनीति में घमासान मचा दिया है। हाल ही में असम में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा (Union Minister Ajay Mishra) को बर्खास्त करने की मांग को लेकर विपक्षी कांग्रेस ने गुवाहाटी में मौन व्रत रखा है। पार्टी ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) के लिए अनुकरणीय सजा की भी मांग की।


असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (APCC) के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा (Bhupen Kumar Bora) ने कहा कि मेघदूत भवन (सामान्य डाकघर) के बाहर “मौन व्रत” ) यूपी में किसानों द्वारा एक आंदोलन के दौरान हुई हिंसा की घटना के खिलाफ ग्रैंड ओल्ड पार्टी के देशव्यापी विरोध के हिस्से के रूप में आयोजित किया जा रहा था।

उल्लेखनीय है कि लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में तीन अक्टूबर को चार किसानों और दो भाजपा कार्यकर्ताओं सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। बोरा ने कहा कि  “VVIP और आम नागरिकों के लिए कानून अलग नहीं हो सकता।

जब तक मंत्री के बेटे ने आत्मसमर्पण नहीं किया, तब तक उसे गिरफ्तार करने का कोई प्रयास नहीं किया गया। APCC प्रमुख ने आगे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi ) पर "चुप रहने का आरोप लगाया क्योंकि एक कैबिनेट मंत्री का बेटा घटना में शामिल है"।