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असम के निमाटीघाट नाव दुर्घटना बहुत ही दुखद घटना है। अभी भी कई लापता लोगो को रेस्क्यू किया जा रहा है। इस खौफनाक घटना के बाद असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (APCC) ने राज्य सरकार से मांग की है कि वह नाव हादसे से पीड़ितों के परिजनों को 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दे। इन्होंने कहा है कि राज्य सरकार को दुनिया के सबसे बड़े नदी द्वीप माजुली में नाव दुर्घटना पीड़ितों में से प्रत्येक के परिजनों को 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देनी चाहिए।
APCC अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने यह भी मांग की है कि भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को भी रोरो फेरी सेवा की स्थिति पर तुरंत बयान देना चाहिए और माजुली में प्रस्तावित पुल पर भी अपडेट प्रदान करना चाहिए। APCC ने बयान में कहा कि "अनुमानित रूप से 925.47 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं और काम मैसर्स यूपी स्टेट ब्रिज कॉर्पोरेशन लिमिटेड को सौंप दिया गया है। स्वीकृत और उपयोग किए जा रहे धन की प्रगति रिपोर्ट क्या है ?"
भूपेन कुमार बोरा ने बताया है कि आगे सरकार को ब्रह्मपुत्र पर चलने वाली नौकाओं और नावों के जीवन और लाइसेंस पर भी नियम बनाना चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि केवल लाइसेंस प्राप्त नौका चालकों को ही घाट पर जाने की अनुमति है। सरकार को भी प्रावधान करना चाहिए नौकाओं और घाटों पर जीवन रक्षक जैकेट और ऐसे जहाजों पर यात्रियों के लिए ऐसे जीवन रक्षक उपकरणों का उपयोग अनिवार्य करना।
साथ ही कहा कि नौकाओं पर 'बचाव दल' की उपस्थिति अनिवार्य होनी चाहिए। हादसों को रोकने के लिए नदी पुलिस दल और एसडीआरएफ और एनडीआरएफ कर्मियों को नदी मार्गों में रणनीतिक रूप से तैनात किया जाना चाहिए। APCC अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार से कहा, "'भूमि पूजा' और 'नमामि ब्रह्मपुत्र' के लिए पर्याप्त है। वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें।"
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