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वार्षिक अनुसंधान संगोष्ठी (ARS), जो कि फ्रंटलाइन जैव विविधता संरक्षण संगठन आरण्यक की प्रमुख वार्षिक घटनाओं में से एक है। चल रही महामारी से उत्पन्न संकट को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम को वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर आयोजित किया गया था। संगोष्ठी की शुरुआत प्रतिभागियों के ऑनलाइन पंजीकरण के साथ हुई, जिसके बाद आरण्यक की आयोजन समिति के सदस्यों में से एक डॉ जिमी बोरा (Dr. Jimmy Borah) द्वारा स्वागत भाषण दिया गया।
संगठन के प्रमुख डॉ. बिभब कुमार तालुकदार (Dr. Bibhab Kumar Talukdar) ने अपने उद्घाटन भाषण से कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। आरण्यक ने एक बयान में कहा, ARS 2021 के पहले दिन के दौरान, समुदाय आधारित संरक्षण पहल, आवास बहाली, पर्यावरण संकट, वन्यजीव अपराध, जनसंख्या पारिस्थितिकी से लेकर विभिन्न शोध कार्यों पर कुल 16 मौखिक प्रस्तुतियां दी गईं।
दर्शकों और प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी के साथ सत्र इंटरैक्टिव थे।
पहले दिन का समापन प्रसिद्ध रीवाइल्डिंग विशेषज्ञ और संरक्षणवादी प्रो. कार्ल जोन्स, ड्यूरेल वाइल्डलाइफ़ कंज़र्वेशन ट्रस्ट, यूके के एमबीई द्वारा पूर्ण भाषण के साथ हुआ। बयान में कहा गया है कि प्रो. कार्ल जोन्स की बात बहुत समृद्ध और प्रेरक थी। सत्र का संचालन आरण्यक की डॉ. अलोलिका सिन्हा (Dr. Alolika Sinha) ने किया।
कार्यक्रम के दूसरे दिन की शुरुआत एक संरक्षणवादी और लेखक बहार दत्त के पूर्ण भाषण से हुई। उन्होंने महत्वपूर्ण विषय 'भारत में पुनर्जीवन और एक आलोचनात्मक दृष्टिकोण' पर बात की, जिसके बाद एक प्रश्नावली सत्र हुआ। वार्ता का संचालन आरण्यक के आइवी फरहीन हुसैन ने किया।
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