नई दिल्ली। अमृतपाल सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। खबर है कि पंजाब में मोगा पुलिस के सामने उसने खुद सरेंडर किया है। आपको बता दें कि खालिस्तान समर्थक भगोड़ा अमृतपाल सिंह 36 दिनों से फरार चल रहा था। अमृतपाल की तलाश पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत कई राज्यों में चल रही थी।

ये भी पढ़ेंः असम युवा कांग्रेस अध्यक्ष अंगकिता पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित

अमृतपाल मोगा पुलिस की हिरासत में

हालांकि पुलिस ने अभी तक अमृतपाल के पकड़े जाने को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई खुलासा नहीं किया है लेकिन सूत्रों ने बताया कि अमृतपाल मोगा पुलिस की हिरासत में है। अमृतपाल को भी असम के डिब्रूगढ़ जेल में ही भेजा जा रहा है।

असम के डिब्रूगढ़ जेल में भेजा जा रहा

अमृतपाल सिंह मोगा में एक दिन पहले ही आ गया था। बताया जा रहा है कि रविवार को उसने यहां एक बड़ी सभा की। लोगों को भाषण दिया और बड़े ही नाटकीय ढंग से पुलिस के सामने सरेंडर किया। इसे पुलिस की बड़ी नाकामी ही कहेंगे कि उसने सभी कर डाली और पुलिस को इसका भनक तक नहीं लगी।

परिवार के दबाव से टूटा अमृतपाल

14 अप्रैल बैशाखी के दिन पूरे कयास लगाए जा रहे थे कि अमृतपाल सरेंडर कर सकता है लेकिन नहीं आया। केंद्रीय एजेंसियां लगीं, खुफिया एजेंसियां लगाई गईं और लगभग 20 हजार पुलिसवाले लगाए गए लेकिन वह पकड़ा नहीं जा सका। बताया जा रहा है कि उसकी पत्नी पर शिकंजा कसने पर वह टूट गया और उसने सरेंडर किया।

ये भी पढ़ेंः गुजरात लेकर जा रहे हाथियों से भरे 49 ट्रकों को रोका गया, तिनसुकिया में तनाव

पत्नी को लंदन जाने से रोक गया था

तीन दिन पहले ही अमृतपाल की पत्नी को लंदन जाने से रोका गया था। उसे अमृतसर एयरपोर्ट से हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। इसे लेकर पंजाब में सियासत तेज हो गई थी। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भगोड़े अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर को परेशान करने और अपमानित करने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की आलोचना की थी।