/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/12/05/--12-1638686796.jpg)
ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) के मुख्य सलाहकार समुज्जल भट्टाचार्य (Samujjal Bhattacharya) ने कुछ AASU सदस्यों के खिलाफ असम पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है। उन्होंने दावा किया कि असम सरकार द्वारा दिए गए भ्रामक आदेश पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने संघ के सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
ट्वीट करते हुए समुज्जल भट्टाचार्य (Samujjal) ने कहा कि ''संगठन के सदस्यों के साथ इस तरह का बर्बर व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'' गौरतलब है कि पुलिस ने यूनियन के सदस्यों पर कथित रूप से लाठीचार्ज किया और कार्यालय परिसर में घुसकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।অসম চৰকাৰৰ নিৰ্দেশত ডিব্ৰুগড়ত ছাত্ৰ সন্থাৰ কাৰ্যালয়ত প্ৰৱেশ কৰি আৰক্ষীয়ে সন্থাৰ সদস্যৰ ওপৰত কৰা বৰ্বৰ অত্যাচাৰ,গ্ৰেপ্তাৰক তীব্ৰ গৰিহণা দিছোঁ।গ্ৰেপ্তাৰ কৰা সদস্য সকলক মুক্তি দিয়ক।
— Dr. Samujjal Bhattacharjya (@SamujjalBhatta) December 26, 2021
সন্থাৰ সদস্যৰ ওপৰত কৰা এনে বৰ্বৰ অত্যাচাৰ সহ্য কৰা নহ'ব@himantabiswa@DGPAssamPolice@gpsinghips
AASU द्वारा बुलाए गए 24 घंटे के लंबे बंद के बाद, तिनसुकिया और डिब्रूगढ़ में ठहराव आ गया। इन जिलों के अलावा, डिब्रूगढ़ शहर, मोरन, नाहरकटिया, तिनसुकिया शहर और डिगबोई शहर भी बंद (shutdown) से विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं।
विरोध के दौरान, कई AASU प्रदर्शनकारियों ने गिरफ्तार किए गए AASU सदस्यों को रिहा करने की मांग को लेकर कई जगहों पर टायर जलाए और सड़कों को जाम कर दिया। हालांकि किसी भी अप्रिय घटना को होने से रोकने के लिए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं।
इस बीच, डिब्रूगढ़ के पुलिस अधीक्षक श्वेतांक मिश्रा ने ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) के महासचिव शंकर ज्योति बरुआ को 24 घंटे के डिब्रूगढ़ बंद का आह्वान करने के लिए कानूनी नोटिस दिया है।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |