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ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) ने डिब्रूगढ़ में उनके कार्यालय में जबरदस्ती घुसने और उनके सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए राज्य मंत्री अतुल बोरा (Minister Atul Bora) और शहर के SP श्वेतांक मिश्रा का पुतला फूंक कर विरोध जताया है।
विशेष रूप से, यह विवाद पिछले तीन से शुरू हुआ, जब AASU और ABVP के सदस्यों के बीच एक चुनाव के बाद हाथापाई हुई, जहां ABVP ने 13 में से 11 सीटें जीतीं और वे उनके AASU कॉलेज के सामने जश्न मना रहे हैं। इसके बाद अचानक AASU सदस्यों ने कॉलेज के समर्थकों और छात्रों के साथ मारपीट शुरू कर दी।
Shame on AASU, these goons don’t trust democratic process, just bcoz they lost Dibru College Election, they attacked their own Assamese youths starting Fratricidal War. When @dibrugarhpolice SP Shwetank Mishra arrested these goons, now trying to divert on emotional outsider issue pic.twitter.com/ZnUXUFJ1aU
— Oxomiya Jiyori ?? (@SouleFacts) December 26, 2021
पुलिस ने यूनियन के सदस्यों पर कथित रूप से लाठीचार्ज किया और कार्यालय परिसर में घुसकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद, AASU ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्यों के साथ मारपीट करने के आरोप में डिब्रूगढ़ पुलिस द्वारा उनके सदस्यों को गिरफ्तार किए जाने के बाद 24 घंटे के बंद का आह्वान किया।
AASU द्वारा बुलाए गए 24 घंटे के लंबे बंद (Band) के बाद तिनसुकिया और डिब्रूगढ़ में ठहराव आ गया। इन जिलों के अलावा, डिब्रूगढ़ शहर, मोरन, नाहरकटिया, तिनसुकिया शहर और डिगबोई शहर भी बंद से विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं।
विरोध के दौरान, कई AASU प्रदर्शनकारियों ने गिरफ्तार किए गए AASU सदस्यों को रिहा करने की मांग को लेकर कई जगहों पर टायर जलाए और सड़कों को जाम कर दिया। हालांकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे।
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