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कांग्रेस पार्टी (Congress party) में आंतरिक कलह खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। एक ओर पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में आपसी लड़ाई सुलझने की बजाये उलझती जा रही है और अब दूसरी ओर असम (Assam) से खबर आई है कि असम कांग्रेस (Punjab Congress) ने शुक्रवार को अपने ही एक मौजूदा विधायक को पार्टी की नीतियों के खिलाफ बयान दे दिया है।
बता दें कि कांग्रेस विधायक (congress mla) ने असम (assam) के सामाजिक सद्भाव को नष्ट करने की बड़ी प्रवृत्ति के साथ सांप्रदायिक रंग के मामलों में बयान दिया। पार्टी ने कांग्रेस विधायक (Congress MLA) को भाजपा का एजेंट (BJP Agent) भी करार दिया है। विधायक शर्मन अली अहमद (MLA Sherman Ali Ahmed) को जारी कारण बताओ नोटिस में असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Assam Pradesh Congress Committee) ने कहा, "आप कांग्रेस पार्टी का हिस्सा रहते हुए भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। आपकी सीएम हिमंत बिस्व सरमा (CM Himanta Biswa Sarma) से निकटता के कारण आपको विशेष रूप से चुनाव के समय कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने के लिए इस तरह की टिप्पणी करने के लिए प्रायोजित किया जा रहा है।"
आपको बता दें, असम कांग्रेस (Assam congress) ने शर्मन अली अहमद (Sherman Ali Ahmed) को कारण बताओ नोटिस में कहा, "एक विधायक के रूप में, मीडिया में आपकी सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ टिप्पणी असम आंदोलन (Assam Movement) की पिछली घटनाओं के पुराने घावों को कुतर रही है। आपका बयान सभी समुदायों के लोग पूरी तरह से असंवेदनशील और एपीसीसी के लिए गैरजरूरी है। उपचुनाव (By-election) से पहले आपकी टिप्पणियों को कांग्रेस पार्टी (congress party) को नुकसान पहुंचाने के इरादे से राजनीति से प्रेरित माना जाता है।'
विधायक ने कारण बताओ नोटिस में कहा है कि , "आपको यह पत्र मिलने के तीन दिनों के भीतर एपीसीसी अध्यक्ष को अपना जवाब भेजने का निर्देश दिया जाता है।"
शर्मन अली अहमद (Sherman Ali Ahmed) ने मीडिया को बताया, असम आंदोलन के दौरान 1983 में धौलपुर इलाके में संदिग्ध बांग्लादेशी प्रवासियों द्वारा मारे गए आठ लोग शहीद नहीं थे, बल्कि हत्यारे थे। शर्मन अली अहमद (Sherman Ali Ahmed) ने कहा, "उन्होंने उस दौरान असम आंदोलन (Assam movement) के नाम पर कई लोगों की हत्या कर दी थी। चूंकि ग्रामीण उनसे डरते थे और अपनी रक्षा के लिए उन्हें मार देते थे।"
कई राजनीतिक, गैर-राजनीतिक संगठनों ने कांग्रेस विधायक शर्मन अली अहमद द्वारा दिए गए विवादास्पद सांप्रदायिक बयान की कड़ी निंदा की है और उनसे बिना शर्त माफी की मांग की है।
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