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खालिस्तानी अलगाववादी अमृतपाल सिंह को पंजाब में गिरफ्तारी के बाद रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच असम के डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल लाया गया। उसे कड़ी सुरक्षा के बीच पंजाब के बठिंडा हवाई अड्डे से डिब्रूगढ़ के मोहनबाड़ी हवाईअड्डे पर उतारा गया। पंजाब पुलिस और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों की एक टीम 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख के साथ डिब्रूगढ़ पहुंची। मोहनबारी हवाई अड्डे पर असम पुलिस कर्मियों की एक बड़ी टीम पहले से ही मौजूद थी।
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हालांकि असम पुलिस ने अमृतपाल के डिब्रूगढ़ पहुंचने पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। इस बीच केंद्रीय जेल के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पहले से ही बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था थी, लेकिन रविवार को और सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए। आम लोगों को जेल के पास जाने की इजाजत नहीं है। अमृतपाल सिंह के करीबी पापलप्रीत और चाचा हरजीत सिंह सहित नौ अन्य सहयोगी पिछले महीने से डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल में बंद हैं।
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18 मार्च से फरार चल रहे 30 वर्षीय अमृतपाल सिंह को रविवार सुबह मोगा जिले के रोडे से गिरफ्तार किया गया जो जरनैल सिंह भिंडरावाले का पैतृक गांव है। भिंडरावाले भारतीय सेना के 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारा गया था। फरवरी में अमृतपाल तब चर्चा में आया जब उसके नेतृत्व में भीड़ ने पुलिस के साथ संघर्ष किया और अमृतसर के पास एक पुलिस स्टेशन का घेराव कर अपने एक साथी को रिहा करने की मांग की, जिसे अपहरण के एक कथित मामले में हिरासत में लिया गया था। खूनी संघर्ष में छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
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