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असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कहा कि संपत्ति खरीद और बिक्री के संबंध में अवैध गतिविधियों में कथित तौर पर संलिप्तत 453 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सरमा ने कहा कि राज्य पुलिस उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करती रहेगी जो भूमि राजस्व कार्यालयों में लोगों को परेशान कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि ‘‘दलाल राज को समाप्त करने की असम की लड़ाई’’ के ठोस संकल्प के साथ असम पुलिस द्वारा जारी छापेमारी में अब तक 453 भूमि बिचौलियों को पकड़ा गया है। राजस्व कार्यालयों में आम लोगों को परेशान करने की बिचौलियों की कुख्यात गतिविधियां समाप्त होनी चाहिए। इसके खिलाफ असम की लड़ाई जारी रहेगी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन लोगों को जमीन खरदीने से संबंधित अवैध गतिविधियों में कथित संलिप्तता के मामले में सोमवार रात पकड़ा गया। मुख्यमंत्री ने सात सितंबर को राजस्व और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ एक बैठक में कहा था कि तंत्र से बिचौलियों को खत्म किया जाना चाहिए।
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) जीपी सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘मुख्यमंत्री के निर्देश पर असम पुलिस ने जमीन बिक्री/खरीद/ स्वामित्व के मामले में अवैध गतिविधियों में संलिप्त 450 से ज्यादा लोगों को कल रात गिरफ्तार किया।’ सिंह ने चेतावनी दी कि जब तक सभी “ब्लैक शीप” (दलालों) की पहचान नहीं हो जाती, तब तक छापेमारी और कार्रवाई जारी रहेगी।
उन्होंने कहा, ‘हम गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के गैरकानूनी पिछड़े और आगे के संबंधों का पता लगाने के साथ-साथ शामिल सरकारी कर्मियों के बीच बिचौलियों की पहचान करने और उसके बाद आगे की कार्रवाई करने का प्रयास कर रहे हैं।’ कोकराझार जिले में 14 सरकारी कर्मचारियों और भूमि दलालों को पुलिस ने पकड़ा हैं। इनमें से 9 गोसाईगन से और पांच बागरीबाड़ी से गिरफ्तार किए गए हैं। 12-12 को हैलाकांडी और करीमगंज से पूछताछ के लिए ले जाया गया है। जबकि धुबरी से 23 को पकड़ा गया है।
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