असम में 20 से अधिक संगठनों ने असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा पर सुबनसिरी नदी पर मेगा बांध के निर्माण के खिलाफ विरोध शुरू करने की धमकी दी है। जानकारी देते हुए असम जातिवादी युवा छात्र परिषद (AJYCP) के अध्यक्ष पलाश चांगमई ने कहा कि विरोध 20 सितंबर से शुरू किया जाएगा।



चांगमई ने बताया कि 22 संगठन एक साथ आए हैं और परियोजना स्थल की नाकाबंदी सहित विरोध प्रदर्शनों की एक श्रृंखला शुरू करने का फैसला किया है। एनएचपीसी के खिलाफ AJYCP असम-अरुणाचल सीमा के पास 2000 मेगावाट की सुबनसिरी लोअर हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (SLHEP) की निर्माण गतिविधियों को रोकने की मांग कर रहा है।



AJYCP मेगा बांध के निर्माण का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि यह परियोजना डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी आपदा होगी। 2003 में, केंद्र ने सुबनसिरी लोअर हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी जिसके बाद 2005 में निर्माण शुरू हुआ था।

देश की सबसे बड़ी पनबिजली परियोजना को पूरा करने की समय सीमा 2014 के लिए निर्धारित की गई थी, लेकिन बांध विरोधी समूहों के व्यापक विरोध के बाद दिसंबर 2011 में यह परियोजना रुक गई।