अरुणाचल प्रदेश में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज बैठक बुलाई है। यह बैठक राजनाथ सिंह के आवास पर हुई। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख, एनएसए अजीत डोभाल समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे।

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दरअसल, भारतीय सैनिकों ने चीन की साजिश को नाकाम कर दिया। अरुणाचल प्रदेश के तवांग के यांगत्से इलाके में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच जमकर झड़प हुई। ये चीनी सैनिक भारतीय सेना की पोस्ट को हटवाने आए थे, लेकिन भारतीय सैनिकों की मुस्तैदी ने चीनी सैनिकों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। इस झड़प में दोनों सेनाओं के कुछ सैनिक घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि चीनी सेना सोची समझी साजिश के तहत 300 सैनिकों के साथ यांगत्से इलाके में भारतीय पोस्ट को हटाने पहुंचे थे। चीनी सैनिकों के पास कंटीली लाठी और डंडे भी थे, लेकिन भारतीय जवानों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया। 

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इसके बाद दोनों सेनाओं के बीच झड़प हुई। भारतीय जवानों को भारी पड़ता देख चीनी सैनिक पीछे हट गए। बताया जा रहा है कि चीनी सैनिकों ने पत्थरबाजी भी की। भिड़त में दोनों ओर के सैनिक जख्मी हुए हैं। भारत के 6 जवानों को इलाज के लिए गुवाहाटी लाया गया है। चीन सैनिक भारतीय पोस्ट पर हमले की 15 दिन से तैयारी कर रहे थे। सोमवार को वे तय रणनीति के तहत ही 17 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंचे थे, लेकिन चीनी सैनिकों को देख पहले से मुस्तैद भारतीय जवानों ने मोर्चा संभाला। दोनों तरफ के सैनिक घायल हुए हैं। भारतीय सेना ने इसे लेकर कहा कि हमने चीन की साजिश को नाकाम किया है। अरुणाचल प्रदेश में एलएसी से सटे कुछ इलाके हैं, जो तमाम सेक्टर्स में आते हैं। यहां दोनों देशों के बीच अलग-अलग परशेप्सन रहा है। दोनों देश अपनी-अपनी तरफ क्लेम लाइन तक पेट्रोलिंग करते हैं। ये 2006 के बाद से ट्रेंड रहा है। 9 दिसंबर 2022 को चीनी सैनिक एलएसी सेक्टर में आगे बढ़े, जिसका सामना हमारी सेना ने बहुत जोरदार और मजबूती के साथ किया। बाद में दोनों देशों के सैनिक वहां से पीछे हटे। इसके फॉलोअप के तहत भारतीय और चीनी कमांडर के बीच फ्लैग मीटिंग हुई और चर्चा की गई।