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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने निवास पर अरुणाचल प्रदेश की विभिन्न जनजातियों समुदाय के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत की और अरुणाचल प्रदेश र गुजरात के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण की पत्नी रुक्मिणी अरुणाचल से मानी जाती हैं।
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पीएम मोदी ने उनकी हाल की गुजरात यात्रा के अनुभव के बारे में भी जानकारी ली, विशेष रूप से केवडिया और गिफ्ट सिटी की उनकी यात्रा के बारे में। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि यह पहली बार है जब आदिवासी नेताओं ने पीएम के साथ बातचीत की है और बैठक को "ऐतिहासिक" कहा है।
Had an excellent meeting with tribal leaders from Arunachal Pradesh. We discussed different aspects relating to the state’s development and fulfilling the wishes of the people. pic.twitter.com/fIpP04jveP
— Narendra Modi (@narendramodi) May 16, 2023
उन्होंने कहा कि केंद्र के समर्थन के कारण, असम-अरुणाचल सीमा विवाद जैसे कई लंबित सीमा मुद्दे हल हो गए हैं। प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री को बातचीत के लिए आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद दिया और केंद्र के समर्थन की प्रशंसा की, जिसके कारण अरुणाचल प्रदेश ढांचागत विकास में बड़े कदम उठा रहा है।
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आदिवासी नेताओं में से एक चाउ सिहराजा चौटांग ने बैठक को एक यादगार अनुभव बताया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री से मिलकर ऐसा लगा जैसे हम अपने घर आ गए हैं। ऐसा नहीं लगा कि हम घर से बहुत दूर हैं। हमने गुजरात का दौरा किया, जहां वे मुख्यमंत्री थे। हमने जो विकास देखा, जो मॉडल देखा, बहुत अच्छा लगा।" हम इसे हमेशा याद रखेंगे। वह हमेशा देश के लिए काम कर रहे हैं और हम इससे प्रेरित महसूस करते हैं।"
समुदाय के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के एक अन्य सदस्य न्यारी रिसो ने कहा, उन्हें पीएम मोदी से अरुणाचल प्रदेश की विकास क्षमता के बारे में सुनकर अच्छा लगा। उन्होंने कहा, "हम सभी पीएम मोदी के विकास प्रयासों में योगदान देना चाहते हैं।"
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