चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ विपिन रावत (CDS Bipin Rawat) का हेलीकॉप्टर (Helicopter) कुन्नूर (Kunnur) के पास क्रैश (Crash) हो गया है. उनके साथ पत्नी और कई सीनियर अफसर भी यात्रा कर रहे थे. ये हेलीकाप्टर MI 17 सीरीज का रूसी कॉपर है, जिसका इस्तेमाल ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर के तौर पर होता है. भारत में इस सीरीज के करीब 150 हेलीकॉप्टर हैं. 03 हफ्ते पहले ही अरुणाचल में इस सीरीज का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था लेकिन चालक दल बाल-बाल बच गया था.

ये वही एमआई 17 सीरीज का भारीभरकम ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर है, जिस पर बैठकर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत कुन्नूर से रवाना हुए थे. बताते हैं कि ऊटी के पास ये क्रैश हो गया. ये हेलीकॉप्टर वैसे तो दुनियाभर में काफी ताकतवर और भारीभरकम हेलीकॉप्टर्स में गिना जाता है, खुद भारतीय सेना इसका इस्तेमाल कारगिल युद्ध समेत कई तरह के बचाव अभियानों में कर चुकी है.

सोवियत संघ ने एमआई सीरीज के पहले चॉपर का परीक्षण 1975 में किया था, इसके बाद 1977 से इसका सोवियत संघ में उत्पादन होने लगा. रूस अब तक इसके कई वेरिएंट का उत्पादन कर चुका है. दुनियाभऱ के तमाम देश इसका इस्तेमाल ट्रांसपोर्ट से लेकर सैन्य अभियानों में करते रहे हैं. ये काफी वजन लेकर उड़ सकता है. साथ ही इसमें 36 लोग एक साथ बैठकर यात्रा भी कर सकते हैं.

भारत ने वर्ष 2008 से लेकर 2011 तक 151 एमआई17 हेलीकॉप्टर्स का आर्डर दिया था, जिसे वर्ष 2016 को डिलीवर कर दिया गया. जिसके बाद एमआई सीरीज के पुराने हेलीकॉप्टर्स को सेना ने हटा दिया. श्रीलंका सेना ने लिट्टे के खिलाफ आपरेशन के दौरान इसका इस्तेमाल किया था. कारगिल वार के पहले फेस में भारतीय सेना ने भी इसकी सेवाएं ली थीं. कई देशों की सेनाएं इसका बखूबी इस्तेमाल कर रही हैं. उत्तर कोरिया की सरकारी एयरलाइंस इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल पैसेंजर ट्रांसपोर्ट के लिए करती है.