वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देने और उसकी हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए सेना अपनी तैयारियों को और सुदृढ़ कर रहा है। इसी के तहत उसने अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी सियांग जिले में 14 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है।

सूत्रों का कहना है कि सेना इस भूमि का इस्तेमाल एलएसी पर तैनात अपनी यूनिटों के लिए बिल्डिंग निर्माण के लिए करेगा। उनका कहना है कि यह भूमि अधिग्रहण रूटीन प्रकृति है और यूनिटों की जरूरत के हिसाब से किया जाता रहा है।

अरुणाचल प्रदेश में सेना की दो कोर तैनात हैं, दीमापुर में 3 कोर और तेजपुर में 4 कोर। पूर्वी लद्दाख और अन्य इलाकों में चीन के साथ सीमा विवाद के चलते इन्हें अग्रिम मोर्चों पर तैनात किया गया है।