
अरुणाचल प्रदेश के सेप्पा वन प्रभाग ने बहुप्रशंसित 'एयरगन सरेंडर अभियान' की पहली वर्षगांठ मनाई है। अरुणाचल प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है जो वन्यजीव संरक्षण की एक नई आशा पैदा कर रही है। सेप्पा वन विभाग ने ट्विटर पर लिखा, "आज सेप्पा वन विभाग ने #airgunsurrenderabhiyaan की पहली वर्षगांठ मनाई। इस मौके पर डीसीसेप्पा ने पूर्वी कामेंग में बंदूक मुक्त गांव बनाने का आह्वान किया।
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अरुणाचल प्रदेश वन विभाग की पहल 'एयर गन सरेंडर अभियान' ने निवासियों को स्वेच्छा से अपनी एयर पिस्टल आत्मसमर्पण करने और पूर्वोत्तर राज्य में पक्षियों की अंधाधुंध हत्या को रोकने के लिए आमंत्रित किया, उन्हें 'रोल ऑफ ऑनर' प्रमाण पत्र से भी सम्मानित किया गया। इस मान्यता ने राज्य सरकार को वन्यजीव संरक्षण के लिए एक नई आशा प्रदान करने में मदद की।
Today Seppa forest division celebrated 1st anniversary of much appreciated #airgunsurrenderabhiyaan. On this occasion @dcseppa called for making gun free villages in East kameng.@NatungMama @ArunForests @DhawanIfs @SPEastKameng @Vikas_IFS pic.twitter.com/B9qEq72fKd
— Seppa Forest Division (@DfoSeppa) March 17, 2022
इस साल मार्च में लॉन्च होने के बाद से, राज्य भर के निवासियों द्वारा 2000 से अधिक एयर गन को सरेंडर किया गया है। आपको बता दें कि राज्य में शिकार हाल के वर्षों में काफी बढ़ गया है, जिससे वन्यजीव प्रजातियों के लिए एक गंभीर खतरा पैदा हो गया।
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कई जीवों के विलुप्त होने के खतरे के चलते अरुणाचल प्रदेश सरकार ने इन जीवों की सुरक्षा के लिए वन्यजीव पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए ये कदम उठाए हैं।
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